Self written poem
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डॉ. सीमा बंसल द्वारा लिखित कविता है। यह वास्तविकता पर आधारित कविता है। जिसमें उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है । ये कविता डॉक्टर सीमा ने कांदिवली मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित KMA Art Festival में प्रस्तुत की थी।
चेहरे...
रोज़ रोज़ नए चेहरे तो दिखते हैं मगर
जिनको जानते थे वो भी आज नए लगते हैं।
जिन चेहरों पर कभी अपनापन था,
वहीं चेहरे आज अपने पन का नकाब पहने हैं।
जीवन की भागदौड़ में समय निकल गया शायद ...
तभी ये चेहरे नए नए से लगते है।
चेहरे कहां बदले है? समय बदल गया हैं अब ...
मिलोगे तो लगेगा कल परसो ही तो मिले थे।
चेहरों की हसी वो ही हैं, मासूमियत भी ...
सदियां गुज़र गई अपनों से मिले हुए।
सबको एकदूसरें से मिलने की आस तो है,
पर शुरुआत कौन करे उसका सबको इंतेज़ार है।
खुदकी व्यस्तता का चोला ओढ़ कर कहते रहें हम के
जाने क्यों चेहरे बदलें बदलें से लगते है?
गुज़रे हुए कुछ पल, वह मीठी बातें याद तो करो
जो अपनो के साथ तुमने कभी
गुजारे थे वह जज़्बात याद तो करो।
चेहरे....
रोज़ रोज़ नए चेहरे तो दिखते हैं,
जिनको जानते थे वो भी आज नए लगते हैं।
जिन चेहरों पर कभी अपनापन था,
वहीं चेहरे आज अपने पन का नकाब पहने हैं।
डॉ. सीमा बंसल
Beautifully written 👌
Society is now socially distanced – written and expressed directlyfrom the heart.our genaration is particularly feeling the difference.
Good effort
You can continue addingmore under the same heading like madhushala in the same poetic format .
So far so good
Amazing
You are so very talented
Thank you Dear
very well said …Really amazing….
wow! such a beautiful poem!
This poem made me feel…..
चेहरे की हसी दिखावट सी हो रही है असल ज़िन्दगी भी बनावत सी हो रही है
अनबन बढ़ती जा रही रिश्तों में भी अब अपनों से भी बग़ावत सी हो रही है
पहले ऐसा था नहीं जैसा हूँ आजकल मेरी कहानी कोई कहावत सी हो रही है
दूरी बढ़ती जा रही मंज़िल से मेरी चलते चलते भी थकावट सी हो रही है
शब्द कम पड़ रहे मेरी बातों में भी ख़ामोशी की जैसे मिलावट सी हो रही है
और मशवरे की आदत न रही लोगो को अब गुज़ारिश भी शिकायत सी हो रही है
Beautifully written with a poignant reflection on changing relationships and time. ✨
Thank you Anagha
Wonderful n so original…🎉
Well thought off n penned down Seema.
Beautiful and so original Seema.
Keep penning many more.
Written from the heart,loved it Seema.
Loved it Seema.Very well written.